मुझसे मिलना है तो मेरी बातों से मिलो
जो हैं तनहा उदास उन रातों से मिलो
शब्द कहते हैं बहुत कुछ भी नहीं छुपाते
वो सब कह जाते जिन्हें कहने से घबराते
वो मिली थी जब तो वो पहला था प्यार
उन दिनों की याद है महक अभी भी यार
वो खुशबू की तरह आयी कुछ पल ही रही
पर उसकी याद तो अभी है, इतना ही सही
सागर की लहरों को यूं ही नहीं करते याद
रूह के उस मिलन की ऐसे नहीं फ़रियाद
पर वो सिर्फ आसमानी चाहत थी पवित्र
पाक साफ़ था दामन वो दमकता चरित्र
ऐसा इश्क तो सिर्फ कुछ पल ही होता है
ये ऐसी दौलत है जो पाकर नहीं खोता है
Teenage Tales of Sea Days,